मुझे आजाद पंछी बनकर जीना पसंद है, मैं एक आजाद इंसान हूं, मेरी आत्मा आजाद है, मैं यहां प्यार पाने के लिए, प्यार देने के लिए हूं। Hrithik Roshan
राख का हर एक कण, मेरी गर्मी से गतिमान है। मैं एक ऐसा पागल हूँ , जो जेल में भी आजाद हैं। Bhagat Singh
गुलाम बने इस देश को आजाद तुमने कराया है सुरक्षित जीवन देकर तुमने कर्ज अपना चुकाया है दिल से तुमको नमन हैं करते ये आजाद वतन जो दिलाया है